इजरायल ने हाल ही में अपनी रक्षा प्रणाली को और मज़बूत करने के लिए Iron Beam नामक एक उन्नत एंटी-मिसाइल लेजर डिफेंस सिस्टम का विकास किया है। यह तकनीक नए ज़माने की युद्ध को एक नई एक नई शक्ति प्रदान करेगी जो खासतौर पर मिसाइलों, ड्रोन, रॉकेट और मोर्टार को बेअसर करने के लिए डिज़ाइन की गई है। Iron Beam, जो कि पूरी तरह से लेजर तकनीक पर आधारित है, जिससे इजरायल अपनी सुरक्षा को और अधिक मजबूत बना रहा है। इस लेख में हम जानेंगे कि यह प्रणाली क्या है, इसकी कार्यप्रणाली कैसे है और यह Iron Dome जैसी मौजूदा प्रणालियों के साथ कैसे तालमेल बनाएगी।

Iron Beam क्या है?
Iron Beam इजरायल की एक नई लेजर-आधारित डिफेंस सिस्टम है जिसे देश की प्रमुख रक्षा कंपनियों, राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स और एल्बिट सिस्टम्स, द्वारा विकसित किया गया है। इसे Iron Dome के सहयोगी के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें टारगेट को लेजर किरणों से बेअसर किया जाएगा। इस प्रणाली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह “स्पीड ऑफ लाइट” पर कार्य करती है, यानी लक्ष्य तक पहुंचने में इसे चंद सेकेंड लगता है । इसके द्वारा टारगेट को सैकड़ों मीटर से लेकर कई किलोमीटर की दूरी पर बेअसर किया जा सकता है।
Iron Beam की प्रमुख विशेषताएँ
- स्पीड ऑफ लाइट ऑपरेशन: Iron Beam लेजर तकनीक पर आधारित है, जिससे यह प्रकाश की गति पर काम करता है। इसका अर्थ है कि लक्ष्य तक पहुंचने में इसे चंद मिलीसेकंड लगता है टारगेट तक पहुंचने में और यह तुरंत अपना काम कर देती है।
- लो-कॉस्ट प्रति इंटरसेप्शन: एक बार स्थापित होने के बाद, Iron Beam को उपयोग करने का खर्च बहुत कम होता है। जबकि Iron Dome में प्रति इंटरसेप्टर मिसाइल का खर्च लगभग $50,000 आता है, जो की Iron Dome के सामने Iron Beam का खर्च लगभग ना के बराबर है।
- अनलिमिटेड मैगज़ीन: इस तकनीक की अनलिमिटेड मैगज़ीन क्षमता इसे और भी खास बनाती है। जहाँ अन्य तकनीक में गोला-बारूद की एक सीमा होती है, Iron Beam में ऐसा नहीं है। इसे बार-बार लोड करने की आवश्यकता नहीं है।
- लो कोलैटरल डैमेज: इस लेजर तकनीक की सबसे बड़ी खासियत है कि यह अन्य आसपास के क्षेत्रों या वस्तुओं को नुकसान नहीं पहुंचाती है। इससे केवल टारगेट पर ही सीधा हमला किया जा सकता है, जिससे कोलैटरल डैमेज की संभावना बेहद कम हो जाती है।
Iron Dome और अन्य प्रणालियों के साथ तालमेल
इजरायल के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, Iron Beam को खासतौर पर छोटे और हल्के टारगेट को बेअसर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। Iron Dome, जो कि मिसाइलों और बड़े रॉकेट्स के लिए प्रयोग में लाया जाता है, इसका खर्च अधिक है और हर इंटरसेप्शन के लिए उसे गोला-बारूद की आवश्यकता होती है। वहीं, Arrow 2 और Arrow 3 जैसी प्रणालियाँ बड़े और भारी लक्ष्यों जैसे बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए प्रयोग की जाती हैं।

इस प्रकार, Iron Beam एक सस्ता, तेज़ और शक्तिशाली विकल्प है जो इजरायल की मौजूदा सुरक्षा प्रणाली के साथ पूरी तरह मेल खाता है। इससे Iron Dome पर निर्भरता कम होगी और छोटे लक्ष्यों का आसानी से मुकाबला किया जा सकेगा।
तकनीकी विकास और चुनौतियाँ
Iron Beam का विकास इजरायल के लिए एक महत्वपूर्ण उन्नत तकनीक है। इस प्रणाली का उपयोग करना सस्ता है, लेकिन इसकी एक कमजोरी भी है। रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रणाली खराब मौसम, जैसे कोहरा, धुंध या वर्षा के दौरान सही से कार्य नहीं कर पाती है। कम दिखने की स्थितियों में लेजर बीम का प्रभाव कम हो सकता है। हालांकि, इजरायल की सैन्य तकनीकी विशेषज्ञता और तेजी से हो रहे शोध के चलते इस समस्या का समाधान भी जल्द ही संभव हो सकता है।
Iron Beam की वैश्विक प्रभाव और रणनीतिक स्थिति
आज की वैश्विक स्थिति में जब इजरायल दो मोर्चों पर संघर्ष कर रहा है – एक तरफ लेबनान के हिजबुल्लाह और दूसरी ओर गाजा के हमास के खिलाफ – ऐसे में Iron Beam उसकी सुरक्षा में एक बड़ी भूमिका निभा सकता है । हाल के घटनाओं में इजरायल पर हमले और इसके जवाबी कार्रवाई ने पूरी दुनिया को ये बताया है की है कि किसी भी देश की सुरक्षा तकनीकों को और अधिक उन्नत बनाने की जरूरत है।
अमेरिका ने भी इस क्षेत्र में अपनी सैन्य मौजूदगी को बढ़ाने के संकेत दिए हैं। Abraham Lincoln कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के मध्य-पूर्व छोड़ने के बाद, अमेरिका ने बी-52 बमवर्षक, फाइटर जेट्स और नेवी डिस्ट्रॉयर्स तैनात करने का निर्णय लिया है। ऐसे में Iron Beam की उपयोगिता और भी अधिक बढ़ जाती है।
भविष्य में लेजर-आधारित रक्षा प्रणालियाँ
इजरायल का Iron Beam भविष्य में प्रयोग होने वाले युद्ध प्रणालियों का जीता जगता एक उदहारण है, जहाँ अधिकतर हथियार और रक्षा प्रणालियाँ लेजर तकनीक पर आधारित होंगी। लेजर तकनीक के जरिए सटीक और तेज़ ऑपरेशन्स को अंजाम दिया जा सकता है, जिससे न केवल सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि युद्ध की लागत भी कम होगी।
निष्कर्ष
Iron Beam इजरायल के लिए एक बड़ा कदम है जो देश की सुरक्षा में क्रांति ला सकता है। जहां Iron Dome और अन्य मौजूदा प्रणालियों में सीमाएँ हैं, वहीं Iron Beam उनकी कमियों को पूरा करने का एक अद्भुत विकल्प है।
इस उन्नत तकनीक से इजरायल की सुरक्षा प्रणाली को एक नई दिशा मिलेगी और यह देश को आधुनिक युद्ध की नई चुनौतियों के लिए तैयार करेगी। Iron Beam का प्रभाव न केवल इजरायल पर बल्कि पूरी दुनिया के रक्षा रणनीतियों पर भी होगा।
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